मार्च तक सारे प्रखंड में एक्सरे मशीन लगाने का निर्देश राज्य स्वास्थ्य समिति और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल्द होगी अनेक बहालीप्रदेश में लगेगा स्वास्थ्य मेला स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धि होगी प्रदर्शित पटना। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को शेखपुरा स्थित स्वास्थ्य भवन के सभागार में राज्य स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, संचालित योजनाओं की प्रगति और भविष्य की प्राथमिकताओं पर गहन चर्चा की गई।

पांडेय ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग आम जन को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। साथ ही राज्य स्वास्थ्य समिति में की जाने वाली बहाली को भी जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। पांडेय ने कहा कि राज्य के 13 जगह पर नवजात शिशु देखभाल ईकाइ (एमएनसीयू) की शुरुआत फरवरी माह में की जाएगी। जिसके बाद बिहार देश में पहला राज्य होगा, जहां जिले स्तर पर एमएनसीयू संचालित होंगे। जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत जच्चा-बच्चा किट दिया जाएगा। जिसका लोकार्पण फरवरी महीने के शुरुआत में होगा। इस किट में जरूरी दवाइयां और पोषक आहार रहेंगे, जो जच्चा और बच्चा के लिए होंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि संस्थागत प्रसव को और बढ़ने के लिए कार्य करें। राज्य में कोई भी ऐसा प्रखंड नहीं हो जहां एक्सरे-रे की सुविधा ना हो। अभी राज्य में 490 फैसेलिटीज पर एक्सरे मशीन हैं। मार्च माह तक सारे प्रखंड में एक्सरे मशीन लगवाएं। राज्य में जल्द से जल्द मोबाइल आई स्क्रीनिंग व्हीकल की सुविधा शुरू की जाएगी। श्री पांडेय ने कहा कि टीवी मुक्त बिहार बनाने के लिए चलंत बाइक पोर्टेबल जांच किट की भी शुरुआत मार्च महीने तक की जाएगी। जो हर जगह जाएंगे और पोर्टेबल टीवी जांच किट से लोगों की जांच करेंगे और जो लोग पॉजिटिव या जिसमें टीवी होने की संभावना होगी उनके टीवी जांच सैंपल लेकर जांच केंद्रों तक पहुंचाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को चिकित्सा प्रदर्शनी स्वास्थ्य मेला लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए जा रहे कार्य को लोगों के सामने लाएं। इसके लिए स्वास्थ्य मेला लगाएं और स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रयोग होने वाले सभी सुविधाओं को प्रदर्शित करें। दवा की उपलब्धता और आपूर्ति पर विशेष फोकस किया जाए। इस बैठक में श्री सुहर्ष भगत, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, अमिताभ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव के साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version