पूर्वी चंपारण जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात ने लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पदस्थापित थाना से स्थानांतरण होने के बाद केस का प्रभार नहीं देने वाले 104 पदाधिकारियों के वेतन पर उन्होंने रोक लगा दी है. इन पदाधिकारियों ने बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद स्थानांतरण के बाद भी केस का प्रभार नहीं दिया है. सभी अनुसंधानकर्ता को 24 घंटे के अंदर केस का प्रभार लेने और लंबित मामलों का निपटारा करने का निर्देश दिया है.पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने सोशल मीडिया पर जानकारी शेयर करते हुए बताया कि केस का प्रसार नहीं सौंपने वाले जिले के 104 अधिकारियों के वेतन पर रोक लगा दी गई है. ट्रांसफर होने के बावजूद भी कई अधिकारियों ने एक दर्जन से ज्यादा मामलों का प्रभार संबंधित थाना में पदस्थापित अधिकारी को नहीं सौंपा है. उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों ने अगर 24 घंटे के अंदर प्रभार नहीं सौंपा और लंबित मामलों का निपटारा नहीं किया तो इनके खिलाफ और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे.”लंबित कांडों की समीक्षा के बाद सभी प्रभाग निरीक्षक द्वारा 104 ऐसे अनुसंधानकर्ताओं की सूची उपलब्ध कराई गई है, जिन्होंने स्थानांतरण के बाद भी केस का प्रभार नहीं सौंपा है. ऐसे में 104 अनुसंधानकर्ताओं के वेतन निकासी पर तत्काल रोक लगा दी गई है. संबंधित थाना को प्रभार देने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है.”- *स्वर्ण प्रभात, पुलिस अधीक्षक, मोतिहारी*दरअसल, जिले के 104 पुलिस अवर निरीक्षकों का किसी कारणवश दूसरे थाना, एलटीएफ, साइबर थाना अथवा पुलिस केंद्र में स्थानांतरण हो गया है लेकिन इन पुलिसकर्मियों के पास अनुसंधान लंबित है. ट्रांसफर होने के बावजूद इन अधिकारियों ने संबंधित थाने के दूसरे अधिकारी को केस का प्रभार नहीं सौंपा है. इन अधिकारियों के पास कुल 990 मामले लंबित केस हैं, जिसे लेकर एसपी ने सख्त कदम उठाया है.